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Thursday, June 16, 2016
बात सिर्फ अपने-अपने हिस्से की है
जब कोई जाता है तो आपके हिस्से का एक पूरा जीवन ले कर चला जाता है और छोड़ जाता है अपने जीवन का कुछ ऐसा हिस्सा, जिसे आप हर समय जीते हैं, उसे याद कर के, रो के, हंस के और हर एक पल में, हर एक बात में।
बात सिर्फ अपने-अपने हिस्से की है।
ऐसी कोई रात या समस्या नहीं होती है जो सूर्योदय या उम्मीद को हरा सके।
ऐसी कोई रात या समस्या नहीं होती है जो सूर्योदय या उम्मीद को हरा सके।
P.S.- किसी ने ऐसा कहा है।
P.S.- किसी ने ऐसा कहा है।
हजारों जवाब दे कर एक सवाल तुम कर लो।
हर एक प्रश्न का जवाब देकर थक गया हूं मै
अब कुछ सवाल उठेंगे,
जवाबों के लिए तुम भी रुख अख्तियार कर लो।
अब कुछ सवाल उठेंगे,
जवाबों के लिए तुम भी रुख अख्तियार कर लो।
जमाना पूछने लगा है
यूं दूर क्यों हो तुम,
मैं क्या बताऊ कुछ सवालों को तुम भी तैयार कर लो।
यूं दूर क्यों हो तुम,
मैं क्या बताऊ कुछ सवालों को तुम भी तैयार कर लो।
हालातों के बदलने का सिलसिला
कुछ यूंही जारी है,
कुछ मै बसर कर लूं, कुछ तुम बसर कर लो।
कुछ यूंही जारी है,
कुछ मै बसर कर लूं, कुछ तुम बसर कर लो।
न जाने दूरियों को
क्या मजा मिलती है सताने में
कुछ मै सफ़र कर लूं, कुछ तुम सफ़र कर लो।
क्या मजा मिलती है सताने में
कुछ मै सफ़र कर लूं, कुछ तुम सफ़र कर लो।
हजारों गुफ़्तगू ऐसी हैं
जिन पर चर्चा करते हैं लोग,
किसी पर मै खबर रहूं, किसी पर तुम खबर कर लो।
जिन पर चर्चा करते हैं लोग,
किसी पर मै खबर रहूं, किसी पर तुम खबर कर लो।
लोग ढूंढ़ते रहते हैं
एक में कमियां हजारों,
हजारों जवाब दे कर एक सवाल तुम कर लो।
एक में कमियां हजारों,
हजारों जवाब दे कर एक सवाल तुम कर लो।
बादलों से पूछो हवाओं का जुर्म, कही टिकना चाहे तो उड़ा जाते हैं।
बादलों से पूछो हवाओं का जुर्म,
कही टिकना चाहे तो उड़ा जाते हैं।
कही टिकना चाहे तो उड़ा जाते हैं।
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