हर एक प्रश्न का जवाब देकर थक गया हूं मै
अब कुछ सवाल उठेंगे,
जवाबों के लिए तुम भी रुख अख्तियार कर लो।
अब कुछ सवाल उठेंगे,
जवाबों के लिए तुम भी रुख अख्तियार कर लो।
जमाना पूछने लगा है
यूं दूर क्यों हो तुम,
मैं क्या बताऊ कुछ सवालों को तुम भी तैयार कर लो।
यूं दूर क्यों हो तुम,
मैं क्या बताऊ कुछ सवालों को तुम भी तैयार कर लो।
हालातों के बदलने का सिलसिला
कुछ यूंही जारी है,
कुछ मै बसर कर लूं, कुछ तुम बसर कर लो।
कुछ यूंही जारी है,
कुछ मै बसर कर लूं, कुछ तुम बसर कर लो।
न जाने दूरियों को
क्या मजा मिलती है सताने में
कुछ मै सफ़र कर लूं, कुछ तुम सफ़र कर लो।
क्या मजा मिलती है सताने में
कुछ मै सफ़र कर लूं, कुछ तुम सफ़र कर लो।
हजारों गुफ़्तगू ऐसी हैं
जिन पर चर्चा करते हैं लोग,
किसी पर मै खबर रहूं, किसी पर तुम खबर कर लो।
जिन पर चर्चा करते हैं लोग,
किसी पर मै खबर रहूं, किसी पर तुम खबर कर लो।
लोग ढूंढ़ते रहते हैं
एक में कमियां हजारों,
हजारों जवाब दे कर एक सवाल तुम कर लो।
एक में कमियां हजारों,
हजारों जवाब दे कर एक सवाल तुम कर लो।
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