Thursday, October 27, 2016

इरफान पठान

2003 का विश्व कप खत्म हो गया था। भारतीय टीम गांगुली के नेतृत्व में बॉर्डर-गावास्कर ट्रॉफी खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थी। इस सीरीज में भारत की तरफ से इरफान पठान डेब्यू करने वाले थे तो दूसरी तरफ, उस समय के सबसे सफल ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ अपनी आखिरी सीरीज खेल रहे थे। हालांकि, कुछ कमाल नहीं दिखा पाएं।

ये सीरीज एक शुरूआत थी इरफान पठान के लिए। बहुत नाम सुना था। छोटे थे, जल्द ही प्रभावित हो जाते थे। सीरीज शुरू हुई और भारत का दबदबा भी। इरफान पठान ने पहला विकेट लिया था हैडेन का। आखिरी टेस्ट में स्टीव वॉ को आउट कर कमाल ही कर दिया। वॉ को जो करना था, करके क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कह दिया। पठान ने शानदार शुरूआत की। लोग अकरम से तुलना करने लगे थे। फिर 2004 में टीम पाकिस्तान गई। वहां तो पठान एकदम छा ही गए। टेस्ट और वन डे दोनों में।



मेरे गांव का एक लड़का था मुकेश। पाकिस्तान सीरीज के बाद उसे सब पठान के नाम से बुलाते थे। इस बात से आप समझ सकते हैं कि पठान की लोकप्रियता किस हद तक जा चुकी थी। पठान छा रहे थे। खिलाड़ी से महान खिलाड़ी बनने की प्रक्रिया जारी थी। 2006 के पाक दौरे पर पहले ओवर में हैट्रिक लेकर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया था पठान ने। टेस्ट मैच में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय बने थे पठान।

फिर दौर आया ग्रेग चैपल का। ग्रेग ने इस खिलाड़ी को बनाना चाहा या बिगाड़ना, यह तो वहीं जाने, लेकिन इनके क्रिकेट जीवन की तबाही का दौर शुरू हो गया था। एक शानदार बॉलर को ऑल राउंडर बनाने के चक्कर में चैपल ने उनके साथ जो किया वो तो अब इतिहास ही है। ओपेनिंग से लेकर सब कुछ करा डाला चैपल ने पठान से। इस चक्कर में उनकी स्विंग तो गई ही, साथ ही साथ तेजी भी।

2007 के वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने पहला टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया। मैन ऑफ दी मैच बने इरफान पठान। शायद यही इस हरफनमौला खिलाड़ी का आखिरी यादगार प्रदर्शन था। उसके बाद वो दिखे तो इक्के-दूक्के मैच में या तो आईपीएल में। टेस्ट खेले इस खिलाड़ी को जमाना हो गया होगा। अब तो वनडे में भी जगह नहीं है। और यहां तक की धोनी की कप्तानी वाली आईपीएल टीम में भी उन्हें बेंच पर बैठ कर ही संतोष करना पड़ा।

पठान में सारे गुण थे एक महान खिलाडी़ बनने वाले, जिन्हें क्रिकेट प्रेमी याद रखते। लेकिन, अब अगर याद किया जाएगा तो सिर्फ पाकिस्तान में प्रदर्शन के लिए, पहले ओवर के हैट्रिक के लिए और सबसे ज्यादा इसलिए की चैपल ने इस खिलाड़ी को अर्श से फर्श तक पहुंचा दिया।

अंततः, जन्मदिवस की असीम शुभकामनाएं और अपने क्रिकेट कैरीयर के दौरान कुछ शानदार यादें देने के लिए धन्यवाद पठान।

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